Guru Parv: लाखों ने लगाई श्रद्धा की डुबकी, दीपमाला और आतिशबाजी की रोशनी में नहाया गोल्डन टेंपल, देखें तस्वीरें

Guru Parv 2024: श्री गुरु नानक देव जी के 555वें प्रकाश पर्व पर शुक्रवार को पूरे पंजाब में सभी गुरु घरों में भव्य आयोजन हुआ। बड़ी संख्या में श्रद्धालु गुरुद्वारा में पहुंचे माथा टेका और लंगर का प्रसाद ग्रहण किया। इस खास मौके पर अमृतसर स्थित हरिमंदिर साहिब के  पवित्र सरोवर में लाखों लोगों ने श्रद्धा की डुबकी लगाई। 

 
rrr

पहले पातशाह श्री गुरु नानक देव जी का प्रकाश पर्व श्रद्धा व उत्साह से मनाया गया। प्रकाश पर्व के मौके पर श्री हरिमंदिर साहिब में श्रद्धालुओं ने पहुंच कर धुंध व ठंड के बावजूद पवित्र सरोवर में स्नान करके अपनी श्रद्धा को प्रकट किया। दिनभर श्रद्धालु माथा टेकने के लिए हरिमंदिर साहिब में संगत की लंबी कतारें लगी रहीं। 

वहीं शाम होते ही श्री हरिमंदिर साहिब रंग बिरंगी लाइटों से जमगम हुआ। इस मनमोहक नजारे को देखने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे। वहीं दीपमाला और आतिशबाजी से रोशनी में  हरिमंदिर साहिब का नजारा देखते ही बन रहा था। 

श्री हरिमंदिर साहिब, श्री अकालतख्त साहिब व गुरुद्वारा अटल राय साहिब में सुंदर जलौ सजाए गए। परिसर स्थित गुरुद्वारा मजी साहिब दीवान हाल में विशाल गुरमत समागम आयोजित किया गया। देर शाम दीपमाला की गई और आतिशबाजी की गई।
धार्मिक कार्यक्रम में श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह एवं एसजीपीसी प्रधान हरजिंदर सिंह धामी ने भी विशेष तौर से शमूलियत की। श्री हरिमंदिर साहिब, श्री अकालतख्त साहिब व अन्य गुरुद्वारा साहिबान में अलौकिक दीपमाला भी की गई। 

गुरमत कार्यक्रम में श्री हरिमंदिर साहिब के हजूरी रागी भाई हरविंदर सिंह के जत्थे ने इलाही बाणी का कीर्तन कर संगत को निहाल किया। अरदास भाई बलजीत सिंह ने की और हुक्मनामा ग्रंथी ज्ञानी केवल सिंह ने लिया। 

धामी ने गुरु नानक देव जी की शिक्षाओं को अपनाने की संगत से अपील करते हुए कहा कि गुरु साहिब ने उच्च, नीच, जात, पात व विभाजन की सीमाओं को तोड़ते हुए श्रद्धालुओं को एक ओंकार बाणी से जोड़ा। उन्होंने गुरु उपदेशों के अनुसार जीवन व्यतीत करने की अपील की। श्री रहिरास के पाठ के बाद आतिशबाजी भी की गई। एक लाख से अधिक संगत ने परिक्रमा स्थित पवित्र सरोवर में दीप भी प्रज्वलित किए। 

इस मौके पर ग्रंथी ज्ञानी अमरजीत सिंह, ज्ञानी परविंदरपाल सिंह, सदस्य भाई राम सिंह, ओएसडी सतबीर सिंह धामी, सचिव प्रताप सिंह, भाई अजायब सिंह अभिलासी, उपसचिव हरभजन सिंह वक्ता, श्री दरबार साहिब के मैनेजर भगवंत सिंह, सुपरिंटेंडेंट निशान सिंह इत्यादि मौजूद थे।

Tags