जलवा कुछ ऐसा भी... जीआरएस चमका रहा दूसरे पंचायत में ठेकेदारी, कार्य अधूरा पर भुगतान होने जा रहा पूरा

Shahdol MP News: ग्राम पंचायत घोरसा में ग्रेवल रोड़ निर्माण का मामला.
 
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विनय शुक्ला (अकेला), शहडोल। आपने जिले की ग्राम पंचायतों में आए दिन भ्रष्टाचार के नित्य नए किस्से तो सुने होंगे। लेकिन, एक ऐसा ताजा मामला भी सामने आया है। जो संभवतः आज तक आपने न तो देखा, सुना होगा और न ही पढ़ा होगा। बता दें कि, जनपद पंचायत जयसिंहनगर अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत घोरसा में एक ग्राम रोजगार सहायक ही अपनी ठेकेदारी चमक रहा है और अपने ही रिश्तेदारों के अकाउंट में सामग्री सप्लाई का पैसा भी डलवा रहा है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत घोषाल में मनरेगा से ग्रेवल रोड का निर्माण स्वीकृत हुआ था। जिसकी राशि लगभग 24 लाख रुपए से ऊपर की बताई गई है। गौरतलब है कि, उक्त ग्रेवल रोड़ का निर्माण आज भी तकरीबन 80% तक अधूरा पड़ा हुआ है। लेकिन, कार्य का भुगतान किए जाने के लिए बिल की फीडिंग, सांठगांठ और जुगाड़ के तहत हो चुका है। भुगतान भी संभव है, ठेकेदार को जल्द ही किया जा सकता है।

उल्लेखनीय है कि, इस कार्य की एजेंसी कागज में भले ही ग्राम पंचायत हो। किंतु यदि ग्रामीणों की मानें तो, पर्दे की पीछे से वास्तविक ठेकेदारी ग्राम पंचायत करकी, जनपद पंचायत जयसिंहनगर में पदस्थ ग्राम रोजगार सहायक शैलेश गुप्ता कर रहा है। उक्त निर्माण में सामग्री क्रय का बिल लगभग 12 लाख रुपए प्रधान ट्रेडर्स, करकी के नाम पर लगाया गया है। जो कि, संबंधित ग्राम रोजगार सहायक के रिश्तेदार का ही बताया गया है।

हालांकि, स्वयं रोजगार सहायक ने भी उक्त फर्म को अपने भाई का होना बताया है। वहीं लगभग 4 लाख रुपए का बिल फीडिंग मजदूरी भुगतान के नाम पर किया गया है। यहां सवाल यह उठता है कि, जब कार्य ही पूरा नहीं हुआ है, तो आखिरकार भुगतान कैसा और क्यों? एक और बड़ा सवाल यह भी है कि, किसी एक ग्राम पंचायत में ग्राम रोजगार सहायक के पद पर रहते हुए भला कौई व्यक्ति ठेकेदारी कैसे चमक रहा है? आखिरकार उसे इतनी खुली छूट कैसे, किसलिए और किसने दी हुई है?


इनका कहना है

यह जानकारी मुझे नहीं थी। आपने संज्ञान में लाया है... जांच करवाता हूं। अगर ऐसा है, तो कार्रवाई निश्चित की जाएगी।

अशोक मरावी, सीईओ
जनपद पंचायत जयसिंहनगर।

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