Nemawar TI Rajaram Vaskale को दी अंतिम विदाई, पुलिस ने दिया गार्ड आफ आनर
Nemawar TI Rajaram Vaskale Funeral: बड़वानी जिले के अंजड तहसील क्षेत्र अंतर्गत ग्राम कोयड़िया निवासी टीआई राजाराम वास्कले का बचाओ अभियान के दौरान नदी में डूबने से मौत के बाद गांव व पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। सोमवार को सुबह ग्राम कोयड़िया में टीआई राजाराम वास्कले की पार्थिव शारीर को रिमझिम वर्षा के बीच गांव के प्रमुख मार्ग से मुक्तिधाम लाया गया। शवयात्रा के दौरान गांव में 'राजाराम वास्कले अमर रहे', 'जब तक सूरज चांद रहेगा, राजाराम तेरा नाम रहेगा' के नारे गूँज उठे। नदी तट स्थित मुक्तिधाम पर देवास व बड़वानी जिले के आला पुलिस अधिकारियों की मौजूदगी में गार्ड आफ ऑनर दिया गया। इस दौरान प्रदेश के कैबिनेट मंत्री प्रेमसिंह पटेल, पूर्व गृहमंत्री बाला बच्चन सहित अन्य जनप्रतिनिधि भी मौजूद रहे।
रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान शव निकालने के लिए पानी में उतरे थे राजाराम
मुखाग्नि स्थल पर सभी ने दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित की। गौरतलब है कि मूल रूप से ग्राम कोयड़िया के रहने वाले राजाराम वास्कले देवास जिले के नेमावर थाने में पदस्थ थे। जिनकी रविवार को नदी में डूबने से मौत हो गई। दरअसल उन्हें ड्यूटी के दौरान जामनेर नदी पर बने स्टॉप डैम में एक लाश होने की सूचना मिली थी। उन्होंने पानी में कूदकर उसे निकालने की कोशिश की, लेकिन सफल नहीं हुए। उसके बाद फिर उन्होंने नदी में उतर कर उस शव को निकालने का प्रयास किया।
डैम के भंवर में फंस गए थे टीआई राजाराम
शव को निकालने की दूसरी प्रयास में वो डैम के भंवर में फंस गए। आनन- फानन में वहां मौजूद जवानों और ग्रामीणों ने रस्से की मदद से राजाराम को निकाला और सीधा अस्पताल ले गए। वहां से उन्हें चिकित्सक ने हरदा जिला अस्पताल रेफर कर दिया, जहां डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित बता दिया। बता दें कि उज्जैन सहित अनेकों इनकाउंटर में उन्होंने विशेष भूमिका निभाई। राजाराम अंजड क्षेत्र के मंडवाड़ा के पास छोटे से गांव कोयड़िया के साधारण किसान परिवार में जन्मे जांबाज सिपाही ने परिवार में माता-पिता, पत्नी व दो छोटे बच्चो को अलविदा कह गए।
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने राजाराम के परिवार को सम्मान निधि के स्वरूप में एक करोड़ रुपया देने की घोषणा की
सीएम शिवराज ने कहा कि बहुत दुखद घटना हुई है। टीआई राजाराम वास्कले जी कर्तव्यनिष्ठ अधिकारी थे। अपने कर्तव्यों की पूर्ति करते हुए उन्होंने अपना बलिदान दिया। मैं हमारे ऐसे बहादुर साथी के चरणों में श्रद्धा के सुमन अर्पित करता हूं। राजाराम जी के परिवार में उनकी पत्नी और दो छोटे-छोटे बच्चे हैं। उनका ध्यान रखना हमारा कर्तव्य है। इसलिए उनके परिवार को 1 करोड़ रुपए की सम्मान निधि भेंट की जाएगी।
