एमपी स्थापना दिवस पर बड़ी सौगात: अब एक पोर्टल पर मिलेंगी 1700 सेवाएं, ऐसा करने वाला बना पहला राज्य
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने “सीएम सेवा मित्र” पोर्टल किया लॉन्च, नागरिकों को घर बैठे मिलेगी सभी सरकारी सेवाओं की सुविधा
Sun, 2 Nov 2025
मध्य प्रदेश के स्थापना दिवस (1 नवंबर) के अवसर पर राज्य सरकार ने जनता को एक बड़ी डिजिटल सौगात दी है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस दिन प्रदेशवासियों के लिए “सीएम सेवा मित्र पोर्टल” का शुभारंभ किया, जिसके माध्यम से नागरिकों को अब एक ही प्लेटफॉर्म पर करीब 1700 से अधिक सरकारी सेवाएं उपलब्ध होंगी। इस पहल के साथ मध्य प्रदेश देश का पहला ऐसा राज्य बन गया है, जहां इतनी बड़ी संख्या में सेवाएं एकीकृत पोर्टल के जरिए दी जाएंगी।
सीएम सेवा मित्र पोर्टल की खासियतें
“सीएम सेवा मित्र पोर्टल” को ‘वन नेशन, वन प्लेटफॉर्म’ की तर्ज पर तैयार किया गया है। इसका उद्देश्य नागरिकों को सभी सरकारी विभागों की सेवाएं एक ही डिजिटल प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध कराना है, ताकि लोगों को बार-बार दफ्तरों के चक्कर न लगाने पड़ें।
इस पोर्टल के माध्यम से अब जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र, आय, जाति और निवास प्रमाण पत्र, राशन कार्ड, पेंशन, रोजगार, शिक्षा, भूमि रिकॉर्ड, बिजली-पानी बिल भुगतान जैसी तमाम सेवाएं ऑनलाइन उपलब्ध होंगी।
घर बैठे मिलेगा लाभ
सरकार का कहना है कि यह पोर्टल पूरी तरह पारदर्शी और नागरिक हितैषी होगा। लोग मोबाइल, लैपटॉप या जन सेवा केंद्रों के माध्यम से आसानी से आवेदन कर सकेंगे। आवेदन की स्थिति भी ऑनलाइन ट्रैक की जा सकेगी। इसके अलावा, सेवा में देरी या गड़बड़ी होने पर शिकायत दर्ज कराने का विकल्प भी पोर्टल पर रहेगा।
डिजिटल मध्य प्रदेश की दिशा में बड़ा कदम
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस अवसर पर कहा कि यह पोर्टल “डिजिटल मध्य प्रदेश” की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है। राज्य सरकार जनता की सुविधाओं को तकनीकी माध्यम से सुलभ बना रही है। उन्होंने कहा कि शासन का लक्ष्य है कि नागरिकों को सरकारी सेवाओं के लिए दफ्तरों के चक्कर न काटने पड़ें, बल्कि सेवाएं उनके द्वार तक पहुंचें।
प्रदेश की जनता के लिए गेम-चेंजर साबित होगा पोर्टल
इस पोर्टल से ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोगों को भी बड़ी राहत मिलेगी। पहले जिन कामों के लिए जिला मुख्यालय या तहसील कार्यालय जाना पड़ता था, अब वे गांव या घर से ही पूरे हो सकेंगे। इससे समय, पैसा और ऊर्जा की बचत होगी।
पहला राज्य बना मध्य प्रदेश
मध्य प्रदेश सरकार ने बताया कि अन्य राज्यों की तुलना में यहां सबसे अधिक सेवाओं को एक ही पोर्टल पर जोड़ा गया है। 1700 सेवाओं को एकीकृत करना एक बड़ी तकनीकी उपलब्धि है। इस पहल से प्रदेश ई-गवर्नेंस के क्षेत्र में देशभर में अग्रणी बन गया है।
जनभागीदारी और पारदर्शिता पर फोकस
सरकार का मानना है कि इस पहल से सरकारी कामकाज में पारदर्शिता बढ़ेगी और भ्रष्टाचार पर अंकुश लगेगा। साथ ही, नागरिकों की भागीदारी भी बढ़ेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि “मध्य प्रदेश अब सेवा सुशासन का नया मॉडल पेश कर रहा है।”
स्थापना दिवस के मौके पर लॉन्च हुआ “सीएम सेवा मित्र पोर्टल” वास्तव में मध्य प्रदेश की प्रशासनिक व्यवस्था में डिजिटल क्रांति का प्रतीक है। यह कदम न केवल नागरिकों के लिए सुविधाजनक है, बल्कि शासन को और अधिक जवाबदेह, पारदर्शी और आधुनिक बनाने की दिशा में भी एक मील का पत्थर साबित होगा।
