एमपी में भारत जोड़ो यात्रा की पहुंचने से पहले भारतीय जनता पार्टी द्वारा निकाली गई जनजाति गौरव यात्रा
Bharat Jodo Yatra Vs Gaurav Yatra: वहीं भारतीय जनता पार्टी भी आदिवासी वोट बैंक पहचाने की फिराक में है। और भारतीय जनता पार्टी द्वारा गौरव यात्रा भी निकाली गई।
प्रदेश में बीजेपी ने निकाली जनजाति गौरव यात्रा
एक तरफ राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा प्रदेश में पहुंचने वाली है जिसको लेकर लोग काफी खुशी से उनका स्वागत करने के लिए उतावले हो रहे हैं वहीं दूसरी तरफ पार्टी अभी अपना सियासी खेल खेल रही हैं। कांग्रेस नेता राहुल गांधी की यह पदयात्रा जननायक टंट्या भील जन्म स्थल तक जाएगी जिस की खबर बीजेपी को लगते हैं बीजेपी में बौखलाहट देखी जा रही है उनको यह डर सता रहा है कि इस यात्रा से आदिवासी वोट बैंक शक सकता है इस पर हमें काबू करना होगा जिसके लिए उन्होंने 23 नवंबर को ही प्रदेश में जननायक टंट्या भील जन्म स्थल के लिए जनजाति गौरव यात्रा निकाली है।
यात्रा में शामिल हुए सुबह के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और कई मंत्री
मुझे रिपोर्ट के मुताबिक इस जनजाति गौरव यात्रा में सुबह के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और उनके साथ तीन बड़े मंत्री भी शामिल थे हालांकि यह कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा 24 नवंबर को खंडवा के जननायक टंट्या भील जन्म स्थल खंडवा को पहुंचती लेकिन उससे पहले ही 23 नवंबर को बीजेपी द्वारा जनजाति गौरव यात्रा निकाली गई, जिनका उद्देश्य केवल आदिवासी वोट बैंक पर काबू पाना।
यात्रा को लेकर पलटवार भी किया गया
पंधाना विधायक और भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राम दगोरे ने यात्रा को लेकर कहां की यात्रा कोई राजनीतिक उद्देश्य नहीं की गई है और ना ही हमें चुनाव के समय पर जननायक को की याद आती है हम वह पार्टी नहीं हैं जो कि चुनाव के समय पर दौड़ते हैं हम हमारी पार्टी हमेशा से आम लोगों के लिए मदद करती आई है और मदद करती रहेगी। यहां तक की कोई भी पार्टी टंट्या मामा को नहीं पूछती थी हमारी सरकार आने पर उनकी स्मारक बनवाई गई लेकिन आज भी सभी पार्टियां अपना दांव खेलने पर लगी हैं क्योंकि उन्हें अपना वोट बैंक बढ़ाना है और चुनाव के समय पर ही याद आती है।
