छिंदवाड़ा की 'स्वच्छता साथी वॉश ऑन व्हील्स' योजना: ग्रामीण शौचालयों की स्वच्छता में नवाचार

मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले में ग्रामीण क्षेत्रों के संस्थागत शौचालयों की नियमित सफाई सुनिश्चित करने के उद्देश्य से 'स्वच्छता साथी वॉश ऑन व्हील्स' योजना की शुरुआत की गई है।

 
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इस पहल का उद्देश्य स्कूलों, आंगनवाड़ियों, पंचायत भवनों, स्वास्थ्य केंद्रों और छात्रावासों के शौचालयों को स्वच्छ और उपयोगी बनाना है, जिससे स्वच्छ भारत मिशन के तहत ओडीएफ (खुले में शौच मुक्त) और ओडीएफ प्लस की निरंतरता बनी रहे। 

इस योजना के तहत, जिले की 11 जनपदों में प्रत्येक तीन ग्राम पंचायतों को मिलाकर एक-एक क्लस्टर का गठन किया गया है। प्रत्येक क्लस्टर में प्रशिक्षित स्वच्छता साथियों का चयन किया गया है, जिन्हें बैटरी संचालित वॉशर मशीन, हेलमेट, मास्क, पीपीई किट और स्वच्छता किट जैसे आधुनिक उपकरण प्रदान किए गए हैं। ये स्वच्छता साथी अपने वाहनों के माध्यम से संबंधित क्लस्टर में जाकर शौचालयों की सफाई करते हैं, जिससे शौचालयों की उपयोगिता और स्वच्छता में सुधार हो रहा है। 

सफाई सेवाओं के लिए शुल्क निर्धारित किया गया है: क्लस्टर मुख्यालय से 5 किलोमीटर तक के शौचालयों के लिए ₹200 प्रति यूनिट और 5 किलोमीटर से अधिक दूरी पर स्थित शौचालयों के लिए ₹250 प्रति यूनिट। प्रत्येक शौचालय की सफाई प्रति माह चार बार की जाती है, जिससे उनकी स्वच्छता और उपयोगिता में वृद्धि हो रही है। 

इस योजना का एक और महत्वपूर्ण पहलू यह है कि यह ग्रामीण युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान कर रही है। स्वच्छता साथियों को इस पहल के माध्यम से मासिक आय लगभग ₹20,000 से ₹40,000 तक हो रही है, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार हो रहा है। 

'स्वच्छता साथी वॉश ऑन व्हील्स' योजना की सफलता को देखते हुए, केंद्रीय जल शक्ति मंत्रालय ने इसे राष्ट्रीय स्तर पर लागू करने के लिए छिंदवाड़ा जिला प्रशासन से प्रस्ताव मांगा है। इस नवाचार की सराहना देशभर में की जा रही है, और इसे अन्य जिलों के लिए एक मॉडल के रूप में प्रस्तुत किया जा रहा है। 

इस प्रकार, छिंदवाड़ा की यह पहल न केवल स्वच्छता के प्रति जागरूकता बढ़ा रही है, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में शौचालयों की स्वच्छता सुनिश्चित कर स्वच्छ भारत मिशन के लक्ष्यों की प्राप्ति में महत्वपूर्ण योगदान दे रही है।

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