MP के रीवा जिले मे भ्रस्टाचार, आतंक, नशा के लिए उपमुख्यमंत्री जिम्मेदार: प्रमोद शर्मा

रीवा में आज इंडियन कॉफी हॉउस मे आप के पूर्व जिला अध्यक्ष आम आदमी पार्टी प्रमोद शर्मा व उदित इन्फा वर्ल्ड प्रा.लि. के मैनेजर श्री ए.पी. तिवारी ने एक प्रेस वार्ता कर रीवा जिले में राजनैतिक हस्ताक्षेप से जिलेभर में हो रहे दुष्परिणाम पे प्रकाश डालते हुए, उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला को आड़े हांथ लेते हुए कहा की रीवा जिले मे हर तरफ भ्रष्टाचार, आतंक एवं नशाखोरी व्याप्त है। एक ग्राम पंचायत से ले कर नगर निगम तक आर्थिक अपराधी पल रहे है।
आगे प्रमोद शर्मा ने बताया कि ग्राम पंचायत से ले कर हर विभाग मे भ्रस्टाचार के लिए बकायदा माननीय के एजेंट लगाये हुए है, आँगनवाड़ी, स्कूल के भोजन पे इनके ही एजेंट स्व-सहायता समूह के नाम पे लूट कर रहे है, सरकारी अनाज वितरण केन्द्र में भी गरीबों के अनाज की लूट इनके मण्डल कमण्डल के पद में रहने वाले एजेन्ट ही कर रहे है, PWD, PMGSY, MPRDC के सड़को में व्यापक भ्रष्टाचार, इनके ही मित्र ठेकेदारों के द्वारा किया जा रहा है जिसमें कोई लगाम नहीं है और जो इनके साथ के ठेकेदार नहीं है उदाहरण के लिये "बशिष्टा इन्फा वर्ल्ड" जो कि सिलपरा-चौरहटा रिंग रोड का काम कर रहे थे, जिसको कमीशन बाजी के अभाव में काम करने से लगातार रोका गया और अन्ततः अपनी सारी पूंजी लगाने के बाद परेशान होकर काम को छोड़ने पर मजबूर हुये और एक ईमानदार, संविदाकार बाजार में बदनाम हुआ। इसी तरह रीवा जिले के हर टेंडर मे भारी लूट व राजनैतिक कमीशन फिक्स है। सरकारी अस्पतालों में कमीशन का भरपूर खेल है, इतना बड़ा बजट लगाने के बाद भी संजय गांधी मेडिकल कॉलेज में न तो मुफ्त में दवाई मिलती है न ही स्ट्रेचर से लेकर कोई मशीन सही तरीके से काम कर रही है जिसके कारण उप मुख्यमंत्री व स्वास्थ्य शिक्षा मंत्री के खुद के जिले से रीवा इतवारी ट्रेन से भर-भर कर मरीज नागपुर जाते है पुलिस व्यवस्था केवल उगाही का केन्द्र बना हुआ है, पुरे जिले मे अवैध नशा के कारोबारियों को संरक्षण व नशे मे अपराध घटित करने वाले अबोध अपराधियों के मनोबल को मजबूती मिल रही है, पूरे रीवा जिले मे राजस्व अधिकारियो के साठ-गांठ से भू-माफिया को संरक्षण है, जिसमें तहसीलदार से लेकर SDM तक खुलेआम वसूली करने की खबर आए दिन सार्वजनिक होती रहती है, फिर भी कोई कार्यवाही नहीं होती।
ये सभी कारक सामान्य नागरिकों के लिए रोज एक समस्या बन सामने खड़ी हो रही है किन्तु एक ही विषय को छोड़ क्या कारण है की उपमुख्यमंत्री महोदय किसी विषय पे जोर नहीं दे रहे, जबकि कोरेक्स पिछले 10 सालो से रीवा जिले मे बिक रहा था किन्तु माननीय को तब याद आई जब ये कोरेक्स माननीय के घर तक पहुंची तब जा के माननीय को अहसास हुआ की इससे आगे की पीढ़ी खराब हो रही है।
याद करें तो कोरेक्स के विक्रेता माननीय के आजू-बाजू या इनके प्रिय ही क्यों निकलते हैं व रीवा जिले में पहला कोरेक्स का मामला किस मेडिकल स्टोर में बना था ये भी एक उदाहरण है कुल मिला के कहा जा सकता है की रीवा जिले में जनता हित मे कोई विभाग या भारतीय जनता पार्टी के जनप्रतिनिधि जवाब देहि नहीं रखता। आगे प्रेस वार्ता के दौरान सेमरिया विधानसभा के पूर्व विधायक श्री के.पी.
त्रिपाठी जो कि अपने विधायक निधि एवं स्वेच्छानुदान घोटाले व गुण्डगर्दी की वजह से चुनाव हार चुके है उनके बयान को लेकर "उदित इन्फा वर्ल्ड" के मैनेजर श्री ए.पी. तिवारी ने बताया कि श्री के.पी. त्रिपाठी पूर्व में पांच वर्ष सेमरिया विधानसभा के विधायक रहे है व मेरी कम्पनी के वेयर हाउस दिनांक 09.03.2020 से अनुबंधित तीन वर्षों के लिये किया गया था जिसमें नियमतः भण्डारण करने वाले अनाज को एम.पी.एस.सी.एस. सी रीवा को प्रत्येक छः माह में उठा लेना चाहिये था किन्तु वर्ष 2019-20 में कोई भण्डारण नहीं किया गया, वर्ष 2020-21 में 465 मैट्रिक टन पुनः इसी वर्ष में 78 मैट्रिक टन, 2022-23 में 2678 मैट्रिक टन, कुल 3172 मैट्रिक टन भण्डारण किया गया, किन्तु मेरी कम्पनी के द्वारा बार-बार पत्राचार करने के बाद भी न तो भण्डारित किये गये अनाज को उठाया गया और न ही मेरा भण्डारण के एवज में दिये जाने वाले भुगतान को आज दिनांक तक लगभग जो 8 करोड़ निकलता है उसे मेरी कम्पनी को भुगतान किया गया, क्योंकि श्री के.पी. त्रिपाठी यहां के विधायक थे और इनके गुरु श्री राजेन्द्र शुक्ला वर्तमान उप मुख्यमंत्री के द्वारा पूर्व में ही षड्यंत्रवश मेरी कम्पनी को नुकसान पहुँचाने के लिये यह कृत्य किया गया ताकि मेरी कम्पनी की बदनामी पूर्व सुनियोजित
तरीके से वर्तमान में लगाए गए आरोप को सिद्ध करना था। अतः मेरी तरफ से पूर्व विधायक श्री के.पी. त्रिपाठी के द्वारा लगाया गया
आरोप पूर्णतः झूठा और जालसाजी के तहत दिया गया बयान करार दिया जाता है क्योंकि एम.पी.एस.सी.एस.सी रीवा द्वारा कोई पत्राचार अभी तक या नोटिस आज दिनांक तक प्राप्त नहीं है फिर कैसे इनको यह झूठी जानकारी प्राप्त हुई कि कोई घोटाला किया गया है। इस दौरान मेरे द्वारा सारे साक्ष्य प्रमाण व किये गये पत्राचार की कॉपी आप सभी के बीच दिखायी जा रही है।