इंदौर में डीजीपी की अपराध समीक्षा बैठक: पुलिसिंग को सुधारने ‘अनुभव’ बनी नई नीति
मध्यप्रदेश के पुलिस महानिदेशक कैलाश मकवाना रविवार को इंदौर पहुंचे, जहां उन्होंने संभागीय अधिकारियों के साथ अपराध और कानून-व्यवस्था की स्थिति को लेकर समीक्षा बैठक की।
Mon, 30 Jun 2025

डीएसपी रैंक तक के अधिकारी इस अहम बैठक में शामिल रहे। डीजीपी मकवाना ने स्पष्ट किया कि आपसी अनुभवों के आदान-प्रदान से न केवल बेहतर रणनीति बनेगी, बल्कि अपराधों पर प्रभावी अंकुश भी लगेगा।
नक्सलवाद को बताया सबसे बड़ी चुनौती
बैठक के बाद मीडिया से बातचीत में डीजीपी ने कहा कि नक्सलवाद आज देश की सबसे गंभीर आंतरिक सुरक्षा समस्या है। इस पर राज्य सरकार के साथ-साथ केंद्र सरकार भी लगातार काम कर रही है।
डायल 100 सेवा होगी फिर शुरू
डीजीपी ने बताया कि 'डायल 100' योजना को नए स्वरूप में पुनः शुरू किया जाएगा। इसकी प्रक्रिया लगभग पूर्ण हो चुकी है और जल्द ही इसे क्रियान्वित किया जाएगा।
लव जिहाद पर विशेष निगरानी
मकवाना ने कहा कि बालिका स्कूल, कॉलेज और छात्रावास क्षेत्रों को चिन्हित कर विशेष कार्रवाई की योजना बनाई गई है। लव जिहाद के मामलों को रोकने के लिए अलग-अलग अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी गई है। इस कार्य में मीडिया की भूमिका को भी उन्होंने अहम बताया।
अपराधी पहचान में MP बना मॉडल
डीजीपी ने बताया कि मध्यप्रदेश का फिंगरप्रिंट आइडेंटिफिकेशन सिस्टम (NAFIS) राष्ट्रीय स्तर पर सराहना प्राप्त कर रहा है। कई केंद्रीय एजेंसियां भी इसकी कार्यप्रणाली से प्रभावित हैं।
25 हजार पद खाली, भर्ती प्रक्रिया जारी
प्रदेश में पुलिस बल की कमी को स्वीकारते हुए डीजीपी ने कहा कि 25,000 स्वीकृत पदों में से 6,500 पदों पर भर्ती पूरी हो चुकी है। शेष पदों को भरने की प्रक्रिया भी जल्द पूरी की जाएगी।
जनसुनवाई में मिले पुलिस के खिलाफ शिकायतें
डीजीपी ने बताया कि जनसुनवाइयों के दौरान पुलिसकर्मियों के व्यवहार और निष्पक्षता को लेकर कई शिकायतें सामने आई हैं। इसी आधार पर स्टाफ के 'रोटेशन' की योजना तैयार की गई है, ताकि लंबे समय से एक स्थान पर तैनात कर्मियों और स्थानीय गठजोड़ को तोड़ा जा सके।
11 हजार पुलिसकर्मियों का रोटेशन
इतिहास में पहली बार इतने बड़े पैमाने पर पुलिस बल का रोटेशन किया गया है। आरक्षक से लेकर सब इंस्पेक्टर तक के कुल 11 हजार कर्मचारियों का स्थानांतरण किया गया है।
प्रमोशन में अव्यवस्था
डीजीपी ने स्वीकारा कि डीएसपी स्तर पर बड़े पैमाने पर हुई सीधी भर्ती के कारण प्रमोशन प्रक्रिया में अव्यवस्था उत्पन्न हुई है, जिसे सुधारने पर विचार किया जा रहा है।
साइबर फ्रॉड बना नई चुनौती
डीजीपी ने बताया कि साइबर अपराध वर्तमान में सबसे तेजी से बढ़ती चुनौती है। इसके समाधान के लिए साइबर सेल की क्षमताएं और संसाधन बढ़ाए जा रहे हैं। खासतौर पर इंदौर साइबर टीम द्वारा किए गए कार्यों की सराहना की गई है।