SHAHDOL: राष्ट्रपति के नाम गोंगपा ने सौंपा ज्ञापन, आदिवासी शोषण व अवैध कब्जा सहित अन्य मुद्दों पर त्वरित कार्रवाई की मांग
SHAHDOL MP News: कलेक्टर के माध्यम से प्रेषित इस ज्ञापन में गोंगपा ने 6 बिंदुओं पर ध्यानाकर्षण कराते हुए, त्वरित कार्रवाई की मांग की है। कार्यक्रम के दौरान काफी संख्या में पार्टी पदाधिकारी व कार्यकर्ता सहित अन्य आमजन शामिल रहे। कलेक्टर की गैर मौजूदगी में डिप्टी कलेक्टर ने यह ज्ञापन लिया।
गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू को प्रेषित ज्ञापन में कहा है कि, शहडोल आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र अंतर्गत आता है। लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण है, यहां सबसे अधिक शोषित पीड़ित आदिवासियों की संख्या बढ़ रही है। कोल, गोंड, बैगा, आदिवासी परिवार के अधिकारों का हनन हो रहा है। जिनकी शिकायतों का अंबार लगा हुआ है। वहीं मामले में जिम्मेदार प्रशासनिक अधिकारियों का उदासीन रवैया है।
यह भी बताया है कि, सोहन बैगा (ग्राम जमुआ), धनेश सिंह गोंड (नरसरहरा), फनुगा बैगा (लालपुर) एवं इन जैसे तमाम आदिवासियों की पुश्तैनी भूमि पर रसूखदारों ने अवैध रूप से कब्ज़ा किया हुआ है। मामले में एसआईटी एवं समकक्ष एजेंसी द्वारा जांच कराकर आदिवासियों की पुश्तैनी भूमि वापस दिलाया जाने का प्रभावी आदेश दिए जाएं। जिले भर में रेत ठेका कम्पनी तय लीज से हटकर नियम विरुद्ध उत्खनन करती रही हैं, इस पर तत्काल रोक लगाई जाये।
इसके साथ ही जिले में भू-माफियाओं के विरुद्ध समाचार प्रकाशित करने वाले पत्रकार मोहम्मद मुनीर की हत्या का प्रयास करने वाले आरोपियों की तत्काल गिरफ्तार किये जाएं एवं पीड़ित पत्रकार व उनके परिजनों को अबिलम्ब पुलिस सुरक्षा प्रदान की जाए। शहडोल में अर्धशासकीय एवं निजी कंपनियों जैसे रिलायंस, अल्ट्राटेक इत्यादि में बेरोजगार आदिवासियों के रोज़गार की सुनिश्चितता हो। वहीं स्थानीय आदिवासी कोर कमेटी ही निगरानी करें, इसके आदेश भी दिए जाएं।
जिले की ग्राम पंचायत असवारी में खसरा नंबर 798, रकबा 0.474 एवं खसरा नंबर 1314 /2, रकबा 1.184 हेक्टेयर भूमि पर पुस्तैनी काबिज आदिवासी को हटाया जा रहा है। जो पेशा कानून का सरासर उल्लंघन है। गोंगपा ने बताया है कि, इस मामले में संबंधित अधिकारी आदिवासियों के हक पर डाका डालते हुए, सुधीर सिंह नामक व्यक्ति को फायदा पंहुचा रहे हैं। जिस पर तत्काल रोक लगाई जाये। जिले अंतर्गत धान खरीदी केंद्र में किसानों को उपलब्ध सुविधाओं के बदले में पैसे वसूले जा रहे हैं। इस पर तत्काल रोक लगाई जाये।
पार्टी ने उपरोक्त सभी बिन्दुओं को राष्ट्रपति के समक्ष रखते हुए कहा है, मांग आदिवासियों के हितार्थ अति आवश्यक है। जिससे इलाके के शोषित पीड़ित परिवार को बड़ी राहत मिल सकती है। यह उल्लेख किया है, पार्टी की निम्नलिखित मांग पर संज्ञान लेते हुए संरक्षित आदिवासियों के सर्वांगीण कल्याण में प्रभावी आदेश देने की कृपा की जाए। इस दौरान पार्टी जिलाध्यक्ष छत्रपाल कुशराम, संभागीय अध्यक्ष महिला प्रकोष्ठ राजकन्या श्याम, किरण सिंह, नरेंद्र, दुर्गेश, राजू सिंह व पूरन सिंह सहित अन्य पुरुष एवं महिला शामिल रहे।