एमपी के रीवा जिले में लक्ष्मी बेयरहाउस गोविंदगढ़ नागरिक आपूर्ति विभाग के पर्यवेक्षक ने जांच के दौरान पकड़ी व्यापारी की धान
रीवा जिले के लक्ष्मी बेयरहाउस गोविंदगढ़ पर धान खरीदी के दौरान भ्रमण करने गए नागरिक आपूर्ति विभाग के जांच दल ने अंकुरित धान पकड़ी पूछताछ के दौरान किसान की भेष में आए व्यापारी से किसान कोड पूछा गया किंतु व्यापारी किसान कोड बताने में असमर्थ रहा जिससे जांच दल ने व्यापारी की धान को रिजेक्ट कर दिया है समित प्रबंधक के दबाव पर जांच दल वहां से वापस लौट गया
हालांकि खानापूर्ति के लिए नोडल अधिकारी को जांच सौंप गई है .
ये पहला मामला नहीं है पूर्व में भी गोविंदगढ़ सामित प्रबंधक अनिल चतुर्वेदी के खिलाफ ऐसी कार्रवाई व 420 जैसे गंभीर मामला गंभीर मामला गोविंदगढ़ थाने में दर्ज है उसके बावजूद पुनः भ्रष्टाचारि समित प्रबंधक से खरीदी कराई जा रही है सबसे बड़ा सवाल यह है कि आखिर किसके संरक्षण में किसानों के हित में बनाए गए खरीदी केंद्रों की कमान ऐसे भ्रष्टाचारी समिति प्रबंधक के हाथ में सौंप गई है.....
पूर्व कलेक्टर द्वारा अनिल चतुर्वेदी को कभी भी खरीदी केंद्र प्रभारी ना बनाया जाए इसके लिए आदेश भी जारी किया गया था व हर वर्ष अपर कलेक्टर द्वारा अनिल चतुर्वेदी से खरीदी प्रभारी बनाकर खरीदी न कराए जाने के लिए एक पत्र भी जारी किया जाता है किंतु सब नियमों व आदेशों को दर किनारे रखकर सहकारिता विभाग द्वारा व्यापारियों को व्यक्तिगत लाभ पहुंचाने के लिए अनिल चतुर्वेदी को खरीदी प्रभारी बनाकर धान की खरीदी कराई जाती है.