पाकिस्तान छोड़िए अब तो अमेरिका और चीन देंगे भारत को टेंशन, समझिए क्यों

India Pakistan Conflict: डोनाल्ड ट्रंप की ओर से पाकिस्तानी सेना प्रमुख असीम मुनीर को समर्थन देने से पाकिस्तान की सरकार कमजोर हो गई है, जिससे भारत के लिए चिंता बढ़ गई है क्योंकि अमेरिका-पाकिस्तान संबंध मजबूत हो रहे हैं।
 
India Pakistan Conflict
यूक्रेन-रूस युद्ध, ईरान-इजरायल वॉर, भारत-पाकिस्तान संघर्ष... हाल ही में अंतरराष्ट्रीय राजनीति में कई महत्वपूर्ण बदलाव हुए हैं। ऐसे में कई बार तीसरे विश्व युद्ध की संभावनाएं बनते-बनते रह गई। अगर भारत के संदर्भ में बात करें तो भारत को पाकिस्तान के अलावा अमेरिका और चीन भी टेंशन देते नजर आ रहे हैं। दरअसल डोनाल्ड ट्रंप ने पाकिस्तान में कुछ ऐसा किया है जिससे वहां की सरकार कमजोर हो सकती है। उन्होंने पाकिस्तान के सेना प्रमुख असीम मुनीर से मुलाकात की और उन्हें समर्थन दिया। इससे भारत को नुकसान होने की संभावना है, क्योंकि पाकिस्तान और अमेरिका के रिश्ते फिर से अच्छे हो सकते हैं। यह सब तब हुआ जब ट्रंप ईरान पर हमला करने की सोच रहे थे और उन्हें नोबेल शांति पुरस्कार मिलने की उम्मीद थी।
डोनाल्ड ट्रंप की पहले से आखिरकार युद्धविराम हो गया और शांति के नोबेल पुरस्कार के लिए उनका नाम भी सामने आया। ईरान के परमाणु ठिकानों पर बमबारी करने से पहले, उन्होंने ईरान में सत्ता परिवर्तन की बात भी की थी। भारत-पाकिस्तान के मामले में उन्होंने हस्तक्षेप किया और शांति स्थापित करने की कोशिश की।
ट्रंप ने पाकिस्तान में चुपचाप सत्ता परिवर्तन कर दिया। 18 जून को उनकी और असीम मुनीर की मुलाकात हुई। इस मुलाकात में ट्रंप ने पाकिस्तान के सैन्य नेतृत्व को अपना आशीर्वाद दिया, इससे पाकिस्तान की चुनी हुई सरकार कमजोर हो गई। संदेश साफ था कि रावलपिंडी को वाशिंगटन का समर्थन है, और इस्लामाबाद के राजनीतिक हितधारकों को लाइन में लगना चाहिए। शहबाज शरीफ की सरकार सिर्फ एक दिखावा है। मुनीर अपने साथ ISI DG असीम मलिक को लेकर DC गए, जबकि शरीफ को मार्को रुबियो से फोन पर बात करके ही संतोष करना पड़ा। यह मई में भारत-पाकिस्तान संघर्ष में ट्रंप के हस्तक्षेप से भी बड़ा बदलाव था।

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