लोकायुक्त पुलिस की बड़ी कार्यवाही: रायपुर कर्चुलियान के बीएमओ डॉक्टर कल्याण सिंह 8,000 रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार
रीवा जिले के रायपुर कर्चुलियान सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में सोमवार को लोकायुक्त पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया। इस कार्रवाई में ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर (BMO) डॉ. कल्याण सिंह और उनके कार्यालय में पदस्थ कर्मचारी शिवशंकर को 8,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया। इस कार्रवाई के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है और अधिकारी वर्ग में चर्चा का माहौल बना हुआ है।
शिकायतकर्ता ने की थी लोकायुक्त से शिकायत
मिली जानकारी के अनुसार, शिकायतकर्ता ने लोकायुक्त कार्यालय में आवेदन देकर बताया था कि बीएमओ डॉ. कल्याण सिंह किसी कार्य के निपटारे के लिए रिश्वत की मांग कर रहे हैं। शिकायत को गंभीरता से लेते हुए लोकायुक्त पुलिस रीवा ने जाल बिछाने की योजना तैयार की। निर्धारित समय पर शिकायतकर्ता ने आरोपी बीएमओ को रिश्वत की रकम दी, जिसे लेते ही टीम ने उन्हें रंगे हाथ पकड़ लिया।
ऑफिस में ही हुई छापामार कार्रवाई
लोकायुक्त पुलिस की टीम ने यह ट्रैप कार्रवाई रायपुर कर्चुलियान के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कार्यालय परिसर में की। जैसे ही डॉ. कल्याण सिंह ने पैसे लिए, टीम ने तत्काल उन्हें और उनके सहयोगी कर्मचारी शिवशंकर को हिरासत में ले लिया। दोनों को रिश्वत की राशि के साथ मौके से गिरफ्तार किया गया। मौके पर मौजूद अधिकारियों ने रिश्वत की रकम को जब्त किया और पूरे घटनाक्रम का वीडियो रिकॉर्ड तैयार किया।
लोकायुक्त टीम की कार्रवाई से अफसरों में मचा हड़कंप
लोकायुक्त पुलिस की इस कार्रवाई से स्वास्थ्य विभाग के अन्य अधिकारी भी सकते में आ गए हैं। बताया जा रहा है कि डॉ. कल्याण सिंह पर पहले भी विभागीय अनियमितताओं के आरोप लग चुके हैं, हालांकि इस बार रिश्वत के आरोप में रंगे हाथ पकड़े जाने से उनका बचाव मुश्किल नजर आ रहा है।
जांच जारी, रिश्वत के अन्य मामलों की भी पड़ताल
लोकायुक्त पुलिस ने दोनों आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। शुरुआती जांच में यह भी पता लगाया जा रहा है कि क्या बीएमओ और उनके कर्मचारी ने पहले भी इस तरह की रिश्वत वसूली की है या नहीं। टीम अब रिश्वत के पैसों के स्रोत और शिकायतकर्ता के कार्य से संबंधित दस्तावेजों की भी जांच कर रही है।
आम जनता में बढ़ा लोकायुक्त पर भरोसा
इस कार्रवाई के बाद स्थानीय लोगों में लोकायुक्त पुलिस की भूमिका की सराहना की जा रही है। लोगों का कहना है कि ऐसे भ्रष्ट अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई जारी रहनी चाहिए ताकि सरकारी विभागों में व्याप्त भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाया जा सके।
