एमपी के पन्ना में बाघ और हायना के बाद अब दो नील गाय आईं करंट की चपेट में, हुई मौत, वन विभाग ने तीन आरोपियों को किया गिरफ्तार

 
एमपी के पन्ना में बाघ और हायना के बाद अब दो नील गाय आईं करंट की चपेट में, हुई मौत, वन विभाग ने तीन आरोपियों को किया गिरफ्तार

यह घटना पीटीआर की नही बल्कि उत्तरवन मंडल अंतर्गत आने वाले धरमपुर रेंज से सामने आई है।जहां बुधवार के दिन दो नीलगायों की मौत करंट की चपेट में आने से हुई है।जिसके बाद वन विभाग ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया और पूंछतांछ जारी है।

जानकारी के अनुसार पन्ना जिले के उत्तरवन मंड़ल अन्तर्गत धरमपुर रेंज में शिकारियों ने करंट का तार बिछा कर दो नीलगायों की मौत का मामला सामने आया है।जिसके बाद वन अमले में एक बार फिर हड़कंप मच गया है।धरमपुर रेंज के वन कर्मचारियों ने नीलगायों की मौत के मामले में आननफानन में सिल्हाई वीट से तीन आरोपियों को मौके से गिरफ्तार कर लिया है।जिनसे अब पूंछतांछ की जा रही है।हालांकि नीलगायों गायों की मौत मामले में पकड़े गए तीनो आरोपी अपने आप को किसान बता रहे हैं।उनका कहना है कि वह निर्दोष है वही ग्रामीण भी शिकार के मामले में पकड़े गए आरोपियों को बेकसूर बता रहे है।लेकिन वन विभाग के द्वारा तीनो को गिरफ्तार कर हिरासत में लिया गया है।जिनसे तार में करंट फैलाने के विषय मे पूंछतांछ की जा रही है।वहीं जानकारी मिल रही है कि वन विभाग ने तीनों के विरुद्ध वन्य प्राणियों के अधिनियम के तहत केश भी दर्ज कर लिया है।

वहीं आपको बता दे कि पीटीआर प्रबंधन और उत्तरवन मंडल प्रबंधन के द्वारा बाघ,हायना और नीलगायों की मौत की घटनाओं के बाद आरोपियों को पकड़ कर कार्यवाही कर दी है।वावजूद उसके प्रबंधन पर सवाल खड़े होना लाजिमी है।कि लगातार क्षेत्र में हो रही वन्य प्राणियों की मौत की घटनाएं कही न कही वन विभाग का मैदानी अमला कर क्या रहा है।जंगलो से लगे हुए ग्रामीण किसानों एवं अन्य लोगो के द्वारा जंगली जानवरों से अपनी फसलों को बचाने के लिए फंदा का उपयोग किया जाता है।वहीं कुछ लोग तार बिछाकर उसमे करंट फैला देते हैं।जिसमे बाघ जैसे जानवर फसकर मौत के मुंह मे समा जाते हैं।इसलिए इस प्रकार की घटनाओ को रोकने के लिए वन विभाग को कुछ ठोस कदम उठाने होंगे।जंगल से लगे हुए ग्रामीण क्षेत्र के लोगों में जागरूकता लानी होगी।

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