एमपी के पन्ना जिला का यह मंदिर रहस्य से घिरा हुआ, केवल मकर संक्रांति के दिन ही खोले जाते हैं मंदिर के पट
Makar Sankranti 2023: पन्ना का यह मंदिर हजारों साल पुराना है यहां हजारों की संख्या में श्रद्धालु मकर संक्रांति के दिन दर्शन करने आते हैं बता दें कि इस दिन मंदिर में विशाल मेला आयोजित किया जाता है श्रद्धालु मंदिर में आते हैं माथा टेकते हैं दर्शन करते हैं।
आपको बताना चाहेंगे कि यह मंदिर केवल मकर संक्रांति के अवसर पर खोला जाता है 48 घंटे के लिए इस मंदिर के दरवाजे श्रद्धालुओं के लिए खोले जाते हैं।
भगवान अजय पाल की मूर्ति रीवा के पुरातत्व संग्रहालय में सहेज कर रखी गई है हर साल मकर संक्रांति के मौके पर इस मूर्ति को अजय गढ़ के किले में लाया जाता है, मूर्ति मंदिर में स्थापित की जाती है और फिर श्रद्धालुओं के लिए खोले जाते हैं जिसके बाद हजारों की संख्या में आए श्रद्धालु मंदिर में दर्शन करने से पहले तालाब में डुबकी लगाते हैं यह तालाब मंदिर के पास ही स्थित है उसके बाद श्रद्धालु मंदिर के दर्शन करते हैं
कहा जाता है कि इस मंदिर में आए निसंतान दंपति को जल्द ही संतान प्राप्ति होती है यहां तक कि यहां जो भी इच्छाएं मांगी जाती है वह सारी इच्छाएं पूरी होती है मकर संक्रांति के अवसर के बाद यह मूर्ति पुनः रीवा के पुरातत्व संग्रहालय में उसी तरह से सहेज के रख दी जाती है।