जंगली हाथी का रेस्क्यू: 3 वेटनरी डॉक्टर और 6 पालतू हाथियों की ली गई मदद, 3 दिनों से वन अमला कर रहा था प्रयास
जिसके बाद शनिवार की सुबह यह सफलता हाथ लगी। मिली जानकारी में बताया गया है कि, रेस्क्यू की कार्रवाई सुबह 5:30 बजे शुरू हुईं। तीसरे दिन करीब ढाई घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद करीब 8 बजे कार्रवाई पूर्ण हो सकी।
वन विभाग ने बताया कि, उक्त हाथी का स्वास्थ्य ठीक है। जिसे रेस्क्यू उपरांत बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व भेजा दिया गया है। रेस्क्यू टीम में 3 वेटनरी डॉक्टर व 6 पालतू हाथियों की मदद ली गयी। उक्त हाथी को रेस्क्यू करने का प्रयास लगातार पिछले तीन दिनों से किया जा रहा था। किंतु, क्षेत्र के अत्यधिक दुर्गम होने एवं पहाड़ियों से घिरे होने के कारण रेस्क्यू करने में इतना समय लगा। टीम ने पूरी मुस्तादी और सावधानी के साथ रेस्क्यू संपन्न किया।
ग्रामीणों के आक्रोश बाद उठाया यह कदम
ज्ञातव्य हो कि, उक्त हाथी केशवाही से चलकर जयसिंहनगर पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायत बनचाचर के अमनार गांव में पहुंचा था। इस दौरान हाथी ने 2 लोगों को मौत के घाट उतारते हुए, 6 लोगों को घायल किया था। इसके साथ ही कई मकानों को तोड़ा एवं फसल नुकसान पहुंचाया था। जिसके बाद आसपास निवासरत ग्रामीणों का गुस्सा वन अमले पर फूट रहा था। संबंधित परिस्थितियों को दृष्टिगत रखते हुए हाथी का रेस्क्यू करना अत्यंत आवश्यक हो चुका था और इस कार्रवाई को अंजाम दिया गया।
संपूर्ण कार्रवाई मुख्य वन संरक्षक एल एल उइके, वन संरक्षक उत्तर गौरव चौधरी व बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व उप क्षेत्र संचालक पीके वर्मा के मार्गदर्शन में मुख्य रूप से उपवन मंडल अधिकारी जयसिंहनगर मुकुल ठाकुर, वन परिक्षेत्र अधिकारी जयसिंहनगर दिनेश पटेल, वन परिक्षेत्र अधिकारी अमझोर तरुणेन्द्र सिंह के साथ ही उपवन मंडल अधिकारी बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व उप्पल व वन परिक्षेत्र अधिकारी पर्यटन शील श्रीवास्तव एवं अधीनस्थ अमले की भूमिका रही।
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