संजय राउत ने दी भीड़, सार्वजनिक समारोहों से दूर रहने की सलाह: शिवसेना नेता की सेहत को लेकर रहस्य गहराया
शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत की अचानक तबीयत बिगड़ने की खबरों के बीच राजनीतिक हलकों में हलचल मच गई है।
Sat, 1 Nov 2025
मुंबई। राउत ने खुद अपने समर्थकों और पार्टी कार्यकर्ताओं को भीड़-भाड़ और सार्वजनिक कार्यक्रमों से दूरी बनाए रखने की सलाह दी है, जिससे उनकी सेहत को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं तेज हो गई हैं।
---
सेहत को लेकर उठे सवाल
बीते कुछ दिनों से संजय राउत सार्वजनिक मंचों से दूर दिखाई दे रहे हैं। पार्टी के कई अहम कार्यक्रमों और प्रेस कॉन्फ्रेंस में उनकी अनुपस्थिति ने कार्यकर्ताओं के बीच चिंता बढ़ा दी है। शुक्रवार को उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर एक संदेश साझा करते हुए कहा कि, “डॉक्टरों की सलाह पर मुझे कुछ समय तक सार्वजनिक कार्यक्रमों से दूर रहना होगा। कृपया सभी समर्थक भीड़ और आयोजनों से दूरी बनाए रखें। सेहत का ख्याल रखें।”
उनके इस संदेश के बाद राजनीतिक गलियारों में कयासों का दौर शुरू हो गया है कि राउत की तबीयत कितनी गंभीर है। हालांकि, अभी तक शिवसेना (उद्धव गुट) की ओर से उनकी बीमारी को लेकर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया गया है।
---
पार्टी के भीतर चिंता, विपक्ष ने उठाए सवाल
राउत की अनुपस्थिति से शिवसेना (उद्धव गुट) में बेचैनी का माहौल है। पार्टी के कई नेता और कार्यकर्ता लगातार उनके स्वास्थ्य की जानकारी लेने की कोशिश कर रहे हैं। वहीं, विपक्षी दलों ने भी इस मामले में चुप्पी तोड़ते हुए राउत की सेहत पर सवाल उठाए हैं।
बीजेपी के कुछ नेताओं ने कहा कि राउत की बीमारी का समय “राजनीतिक रूप से संवेदनशील” है, क्योंकि महाराष्ट्र में आने वाले नगर निकाय चुनावों से पहले वे उद्धव ठाकरे के सबसे मुखर चेहरों में से एक माने जाते हैं। राजनीतिक विशेषज्ञों का कहना है कि राउत का अस्थायी रूप से सक्रिय राजनीति से दूर रहना पार्टी के प्रचार अभियानों पर असर डाल सकता है।
---
संजय राउत का राजनीतिक और व्यक्तिगत संघर्ष
संजय राउत को शिवसेना के प्रमुख रणनीतिकारों में गिना जाता है। वे उद्धव ठाकरे के करीबी माने जाते हैं और पार्टी के प्रवक्ता के रूप में हमेशा भाजपा और शिंदे गुट पर तीखे हमले करते रहे हैं।
पिछले कुछ वर्षों में वे ईडी की जांच और गिरफ्तारी जैसी कानूनी मुश्किलों का सामना भी कर चुके हैं, लेकिन इसके बावजूद उन्होंने राजनीतिक मंचों से पीछे हटना पसंद नहीं किया।
अब जब उन्होंने खुद को कुछ समय के लिए सार्वजनिक जीवन से दूर रखने का फैसला किया है, तो यह पार्टी के लिए एक बड़ा संकेत माना जा रहा है कि उनकी सेहत गंभीर हो सकती है।
---
समर्थकों में चिंता और शुभकामनाओं की लहर
राउत के ट्वीट के बाद सोशल मीडिया पर समर्थकों की प्रतिक्रियाओं की बाढ़ आ गई। कई लोगों ने उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना की है। मुंबई और ठाणे में कई जगह शिवसैनिकों ने उनके नाम से पूजा और आरती का आयोजन भी किया है।
फिलहाल, राउत के परिवार ने मीडिया से दूरी बनाए रखी है और केवल इतना कहा है कि वे डॉक्टरों की निगरानी में हैं और धीरे-धीरे स्वस्थ हो रहे हैं।
संजय राउत की तबीयत से जुड़ी अस्पष्टता ने महाराष्ट्र की राजनीति में सस्पेंस पैदा कर दिया है। शिवसेना के इस वरिष्ठ नेता के अस्थायी विश्राम से पार्टी की रणनीति पर असर पड़ना तय है। फिलहाल सभी की निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि राउत कब दोबारा सक्रिय राजनीति में लौटते हैं।
