Bhopal News: नहीं थम रहा सीधी का पेशाब कांड, प्रवेश शुक्ला का घर गिराने पर ब्राह्मण समाज ने जताया आक्रोश
Sidhi Urination Case: सीधी जिले में हुए पेशाब कांड मामले में सरकार द्वारा आरोपी के घर को तोड़ने की कार्यवाही को लेकर ब्राह्मण समाज द्वारा कलेक्ट्रेट के बाहर मोर्चा खोल दिया गया है. उन्होंने कलक्ट्रेट के बाहर खूब नारेबाजी की.
सीधी जिले में हुए पेशाब कांड का मामला इन दिनों सुर्खियों में है. लोगों का कहना है कि सरकार द्वारा की गई यह कार्यवाही नियमों के तहत की गई या फिर वोट बैंक भरने के लिए, समझ नहीं आ रही है. आपको बता दें कि पेशाब कांड के आरोपी प्रवेश शुक्ला के घर पर सरकार द्वारा कार्यवाही करते हुए बुलडोजर चलाया गया था जिसको लेकर ब्राह्मण समाज द्वारा सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला गया. सरकार की इस कार्यवाही पर अखिल भारतीय ब्राम्हण महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पं. कुलदीप भारद्वाज का कहना है कि लड़ाई अब आर-पार की होगी. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री का इस वर्ष पितृपक्ष में पिंडदान किया जाएगा.
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सोमवार को अखिल भारतीय ब्राम्हण महासभा के अध्यक्ष 10 से अधिक पदाधिकारियों के साथ कलेक्ट्रेट में मामले को लेकर ज्ञापन देने पहुंचे. पुलिस वालों ने उन्हें देखकर कलेक्ट्रेट का गेट बंद कर लिया काफी देर तक सीधी कलेक्टर साकेत मालवीय बाहर नहीं निकले जिससे आक्रोश में आकर पदाधिकारियों ने ज्ञापन न देने का फैसला किया. कलेक्टर मालवीय के बाहर न आने के बाद उन्होंने गधे को कलेक्टर की संज्ञा देकर गेट पर गधे की फोटो चिपका दिया.
अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा के अध्यक्ष का कहना है कि, हम कलेक्टर के इस रवैये और तानाशाही से नाखुश हैं, अगर कोई आरोपी है तो सजा उसे दी जाए, उसके घर वालों का उसमें क्या कसूर आरोपी के नाम पर कोई जमीन नहीं है तो फिर उसके परिजनों को सड़क पर क्यों छोड़ा गया. उसकी मां, बहन, पत्नी और बेटी के इस हालत का जिम्मेदार कौन होगा? शासन के इस कार्यवाही से हम बेहद नाखुश हैं सरकार द्वारा यह सरासर अन्याय किया गया है. यह केवल उन्हीं के साथ नहीं बल्कि पूरे समाज के साथ अन्याय किया गया है.
ब्राह्मण समाज के प्रदेश अध्यक्ष पं.राजेश दुबे ने बताया कि जब अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा के पदाधिकारी कलेक्ट्रेट में ज्ञापन देने गये उस दौरान पुलिस वालों के गेट बंद कर दिया गया. कलेक्टर उस समय गेट पर ही खड़े थे पर वे कोई ज्ञापन लेने के लिए तैयार नहीं हुए.
