बजबजाती गंदगी के बीच जी रहे वार्डवासी: घरों में घुस रहा सीवरेज का बदबूदार पानी और मल, शिकायत बाद भी जिम्मेदारों को सरोकार नहीं

शहडोल नगर पालिका धनपुरी भले ही स्वच्छता के नाम पर तमाम तमगा हासिल कर फ्लैक्स लगाकर अपनी वाहवाही लूटता रहा हो और आमजनमानस के बीच यह संदेश प्रसारित करता हो कि, नगर तमाम स्वच्छ नगरों की तर्ज पर स्वच्छता की ओर अग्रसर है। लेकिन यहां कि, स्थितियां और हालात इन सारी बातों से इतर ही है।
 
rr

Shahdol MP News: नगर एक वार्ड में रहवासी गंदगी के बीच बीते दिनों से नरकीय जीवन जीने को मजबूर है। इसे नगर पालिका प्रशासन की उदासीनता ही कही जाये कि, न उसे अपने नगर के लोगों की चिंता है और न ही उनकी कठिनाइयों से कोई वास्ता। बल्कि, निर्माण कार्य की ऐसी आतुरता है कि, उन्हें इस बात का भी ख्याल नहीं रहा, कार्य करने की दिशा या दशा क्या होनी चाहिये। वैसे भी निर्माण कार्यों में भर्रेशाही व्यवस्था और भ्रष्टाचार को लेकर पहले भी उक्त नगर पालिका सुर्खियों में रहा है। मामला, नगर पालिका क्षेत्र के वार्ड क्रमांक 9 का है। जहां लाखों रुपये लागत से बीते दिनों एक नाली निर्माण प्रारंभ किया गया है। जिसमें जिम्मेदारों ने ऐसी लापरवाही बरती कि, बीते दो दिनों से वार्डवासी नरकीय जीवन जीने को मजबूर हैं।

जानिये क्या है पूरा मामला

वार्ड के रेल्वे कालोनी में एक मदरसे के नजदीक वर्षों से कालोनी का गंदा पानी एकत्र होता है। वर्षों से बने इस स्थान का समय  रहते स्वरुप बदलता गया और तालाब जैसे स्थल के रुप में यह परिवर्तित हो गया। जहां बडे अनुपात में गंदा पानी सहित सीवरेज का मल आदि एकत्र होने लगा। जिसे यहां से स्थानांतरित करने के लिये नगर पालिका ने लाखों रुपये का बजट पास किया। वार्डवासियों कि मानें तो, उन्हें यह जानकारी दी गई कि, उक्त गंदे पानी को नाली को माध्यम से सीवरेज लाइन से जोड़कर प्रथक किया जायेगा। इसके लिये बकायदे पूरी व्यवस्था के साथ वार्ड पार्षद की मौजूदगी में काम शुरु हुआ। नाली निर्माण के लिये खुदाई शुरु हुई। जिसके बाद बिना पक्की नाली निर्माण के लंबे अर्से से एकत्र दूषित पानी को इस नाली में बिना किसी व्यवस्था के छोड़ दिया गया। ऐसा करने से ऊंचाई से ढलान की ओर तेजी से दूषित गंदा पानी नाली में क्षमता से ज्यादा आने लगा। पूरे वार्ड के सड़कों से लोगों के घरों में यह बदबूदार पानी घुसने लगा। जिससे वार्डवासी परेशान हैं।‌

सड़क से आना जाना हुआ मुश्किल

वार्ड में ऐसे कई घर थे, जहां गंदा बदबूदार पानी घुस गया। जिसे रहवासी घंटों की मशक्कत कर बाहर निकाला। सड़कों में घंटों तक बजबजाती गंदगी बहती रही और पूरे क्षेत्र का वातावरण दूषित हो गया। लोगो ने जब इसकी जानकारी के लिये नगर पालिका के अधिकारियो, कर्मचारियों को फोन लगाया, तो किसी का भी फोन नहीं उठा। वार्ड वासियों ने कहा कि, जब समूचे वार्ड में दूषित पानी फैल गया। तब कुछ कर्मचारी मौके पर पहुंचे और इसे जेसीबी ऑपरेटर की गलती बताकर इतिश्री कर ली। यह भी कहा, नगर पालिका का टैंकर आकर पानी से यहां धुलाई कर देगा। लेकिन, वह भी दूसरे दिन तक नहीं पहुंच सका। 

नहीं सुनी गई समिति सदस्य की भी बात

संजीत सोनवानी जो की नगरपालिका में अंत्योदय समिति के सदस्य हैं, ने भी फोन के माध्यम से नगर परिषद में जानकारी भेजी। जिनसे इंजीनियर बृजेश पाण्डेय ने कहा- जो भी रास्ते में या किसी घर में मालवा बहा है। पानी टैंकर भेजकर सफाई करवा दिया जाएगा। लेकिन, वह भी सिर्फ और सिर्फ कहने तक ही सीमित रहा। जब अंत्योदय समिति के सदस्य की बात नहीं सुनी गई, तो वार्डवासी तो यूं ही चिल्लाते रहेंगे। अभी तक नगर पालिका ने कोई भी सफाई का कार्य नहीं किया।


कागजों में पहले बन चुकी है नाली

वार्ड वासियों ने आरोप लगाते हुये कहा कि, जिस नाली का वर्तमान में निर्माण कराया जा रहा है। वह कागजों में पहले ही बन चुकी है। जिसकी जांच होनी चाहिये। नगरपालिका इंजीनियर महज खानापूर्ति करते हैं। बिना पक्के निर्माण और ढके हुये नाली के बिना कैसे इतना दूषित पानी छोड़ दिया। उन्हें नाली कि, क्षमता का भी अंदाजा नहीं है। बहरहाल दो दिनों से रेल्वे कालोनी की यह निर्माणाधीन नाली, वार्ड वासियों के लिये मुसीबत बनी हुई है। वार्डवासियों का कहना है कि, यदि इस भर्रेशाही और मनमाने तरीके से विकास करना है, तो ऐसा विकास उन्हें नहीं चाहिए।

Tags