एमपी के उमरिया में नाबालिग की मौत के बाद खूंखार बाघ को ढूंढने के लिए गांव की गलियों की खाक छान रही है टीम

 
एमपी के उमरिया में नाबालिग की मौत के बाद खूंखार बाघ को ढूंढने के लिए गांव की गलियों की खाक छान रही है टीम

MP Umaria Tiger Attack News: मध्य प्रदेश के उमरिया जिले के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व मे स्थित मानपुर परिक्षेत्र के बीते रविवार को खिचकिडी बीट के पटपारिया गांव में बाघ के हमले के बाद नाबालिग की मौत के बाद से ही टाइगर रिजर्व के अधिकारियों ने गांव में ही डेरा बना लिया है। और कैंप बनाकर हाथियों के दल के साथ अधिकारी कर्मचारी लगातार हमलावर बाघ की तलाश में जुटे हुए हैं। और रेस्क्यू करने की तैयारी कर रहे हैं। गांव सहित आसपास क्षेत्र में लगातार बाघ की तलाश की जा रही है।लेकिन वह का अभी तक कोई भी पता वह सुराग नहीं लग पाया है।

4 हाथी और कर्मचारियों का दल कर रहा है तलाश

बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के खिचकिडी बीट के पटपारिया गांव सहित आसपास के क्षेत्र में बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व की टीम और 4 हाथियों के दल लगातार पांच दिनों से जंगलों में बाघ को तलाश कर रही है। साथ ही जंगल में पिंजरा भी लगाया जा चुका है और बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के अधिकारी रेस्क्यू ऑपरेशन की निगरानी भी कर रहे हैं। लेकिन उनकी अभी तक निगरानी अधूरी है क्योंकि उसका सुराग भी अभी तक नहीं लगा पाए हैं।

रेस्क्यू के बाद बाघ का किया जाएगा स्वास्थ्य परीक्षण

बाघ के रेस्क्यू के बाद बाघ के स्वभाव की जांच की जायेगी।और बाघ के स्वास्थ्य का परीक्षण भी करवाया जाएगा। बाघ ने हमला किया था जिसकी वजह से मौत हो गई थी इसलिए बाग के स्वभाव की जांच कराई जाएगी कि वाक्य स्वभाव में आखिर परिवर्तन क्यों आया। बाँधवगढ़ टाइगर रिजर्व क्षेत्र के अंतर्गत रहने वाले जितने भी भाग हैं लगभग मनुष्यों को छोड़ जानवरों को अपना निशाना बनाते हैं लेकिन इस बार मनुष्य पर हो रहे हमले को लेकर प्रशासन चिंतित है।

जंगल में लगाया गया है पिजड़ा - सहायक संचालक

बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के सहायक संचालक सुधीर मिश्रा ने बताया कि बाघ को पकड़ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है। जंगल में पिंजरा भी लगाया गया है। जहा बाघ की तलाश की जा रही है।हाथी का दल और हमारी टीम लगी हुई है।

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