Bharat Ratna: चौधरी चरण सिंह, नरसिम्हा राव और स्वामीनाथन कौन हैं? जिन्हें भारत रत्न से किया जाएगा सम्मानित
Bharat Ratna: भारत सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह और नरसिम्हा राव को भारत रत्न से सम्मानित किया है. साथ ही ये सम्मान कृषिविज्ञानी MS स्वामीनाथन को मिलेगा. राष्ट्र के प्रति उनके महत्वपूर्ण योगदान को मान्यता देते हुए, भारत सरकार ने दो पूर्व प्रधानमंत्रियों चौधरी चरण सिंह, नरसिम्हा राव और कृषिविज्ञानी MS स्वामीनाथन को प्रतिष्ठित भारत रत्न से सम्मानित किया है. चौधरी चरण सिंह ने किसानों के अधिकारों के लिए अपना जीवन न्योछावर कर दिया. वो 1979-1980 से लेकर देश के प्रधान मंत्री थे. दूसरी ओर राव, नरसिम्हा राव ने 1990 के दशक में देश में अहम आर्थिक सुधार किए. वो 1991 से 1996 तक प्रधान मंत्री के पद पर रहे. वहीं, एम.एस. स्वामीनाथन को कृषि में उनके योगदान के लिए भारत की हरित क्रांति का जनक माना जाता है.
कौन हैं चौधरी चरण सिंह? (Who is Chaudhary Charan Singh?)
चौधरी चरण सिंह भारत के पांचवें प्रधान मंत्री और किसानों के नेता थे. उन्होंने 1979-1980 तक भारत के प्रधान मंत्री के रूप में कार्य किया. उन्होंने किसानों के अधिकारों और कल्याण के लिए अथक संघर्ष किया. अब उन्हें मरणोपरांत भारत रत्न से सम्मानित किया जाएगा. इसको लेकर पीएम मोदी ने ट्वीट किया, " हमारी सरकार का यह सौभाग्य है कि देश के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह जी को भारत रत्न से सम्मानित किया जा रहा है. यह सम्मान देश के लिए उनके अतुलनीय योगदान को समर्पित है. उन्होंने किसानों के अधिकार और उनके कल्याण के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया था. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे हों या देश के गृहमंत्री और यहां तक कि एक विधायक के रूप में भी, उन्होंने हमेशा राष्ट्र निर्माण को गति प्रदान की. वे आपातकाल के विरोध में भी डटकर खड़े रहे. हमारे किसान भाई-बहनों के लिए उनका समर्पण भाव और इमरजेंसी के दौरान लोकतंत्र के लिए उनकी प्रतिबद्धता पूरे देश को प्रेरित करने वाली है."
कौन हैं डॉ.एम.एस. स्वामीनाथन? (Who is Dr.M.S. Swaminathan?)
डॉ.एम.एस. स्वामीनाथन भारत के एक प्रसिद्ध कृषि वैज्ञानिक और आनुवंशिकीविद् थे, जिन्हें भारत की हरित क्रांति का जनक माना जाता है. उन्होंने 1960 के दशक में उच्च उपज वाले गेहूं और चावल की किस्मों का विकास किया, जिसने भारत में खाद्य उत्पादन में क्रांतिकारी बदलाव लाया. उन्होंने कृषि अनुसंधान और शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए भी अहम योगदान दिया. उनका निधन 28 सितंबर 2023 को 98 वर्ष की आयु में चेन्नई में हुआ.
पीएम मोदी ने ट्वीट किया, "यह बेहद खुशी की बात है कि भारत सरकार कृषि और किसानों के कल्याण में हमारे देश में उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए डॉ. एमएस स्वामीनाथन जी को भारत रत्न से सम्मानित कर रही है. उन्होंने चुनौतीपूर्ण समय के दौरान भारत को कृषि में आत्मनिर्भरता हासिल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और भारतीय कृषि को आधुनिक बनाने की दिशा में उत्कृष्ट प्रयास किए. हम एक अन्वेषक और संरक्षक के रूप में और कई छात्रों के बीच सीखने और अनुसंधान को प्रोत्साहित करने वाले उनके अमूल्य काम को भी पहचानते हैं. डॉ. स्वामीनाथन के दूरदर्शी नेतृत्व ने न केवल भारतीय कृषि को बदल दिया है बल्कि देश की खाद्य सुरक्षा और समृद्धि भी सुनिश्चित की है. वह ऐसे व्यक्ति थे जिन्हें मैं करीब से जानता था और मैं हमेशा उनकी अंतर्दृष्टि और इनपुट को महत्व देता था
कौन हैं नरसिम्हा राव? (Who is Narasimha Rao?)
पीवी नरसिम्हा राव भारत के नौवें प्रधानमंत्री थे. उनका जन्म 28 जून 1921 को आंध्र प्रदेश में हुआ था. उन्होंने 1991-1996 तक भारत के प्रधानमंत्री के रूप में कार्य किया. उन्होंने भारत में आर्थिक उदारीकरण की शुरुआत की और कई महत्वपूर्ण सुधार किए, जिनमें लाइसेंस राज का अंत, निजीकरण और वैश्वीकरण शामिल हैं. 23 दिसंबर 2004 को उनका निधन हुआ था. अब सरकार ने उन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया है.