Tarique Rahman Return: पड़ोसी देश बांग्लादेश की राजनीति में 25 दिसंबर का दिन एक ऐतिहासिक और तनावपूर्ण मोड़ साबित होने जा रहा है। करीब 17 सालों के लंबे निर्वासन के बाद, बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (BNP) के कार्यकारी अध्यक्ष और पूर्व प्रधानमंत्री बेगम खालिदा जिया के बेटे तारिक रहमान (Tarique Rahman) अपने वतन लौट रहे हैं। उनकी इस वापसी को लेकर पूरे देश में सुरक्षा चाक-चौबंद कर दी गई है और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी इसकी हलचल देखी जा रही है।
ढाका एयरपोर्ट पर सख्त पाबंदी
तारिक रहमान की वापसी को देखते हुए सुरक्षा कारणों से हजरत शाहजलाल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (HSIA) पर आगंतुकों के प्रवेश पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया गया है। एयरपोर्ट अधिकारियों द्वारा जारी निर्देशों के अनुसार:
यह पाबंदी 24 दिसंबर शाम 6 बजे से 25 दिसंबर शाम 6 बजे तक प्रभावी रहेगी।
हवाई अड्डे के भीतर केवल वैध टिकट और पासपोर्ट वाले यात्रियों को ही प्रवेश की अनुमति होगी।
किसी भी यात्री के साथ आने वाले परिजनों या दोस्तों (Visitors) को परिसर में घुसने नहीं दिया जाएगा।
एयरपोर्ट अथॉरिटी का कहना है कि यह कदम सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने और यात्रियों की सुविधा सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है, क्योंकि तारिक रहमान के स्वागत के लिए लाखों की संख्या में BNP कार्यकर्ताओं के जुटने की संभावना है।
जर्मन दूतावास बंद और अमेरिका की एडवाइजरी
तारिक रहमान की वापसी और बांग्लादेश में वर्तमान राजनीतिक अस्थिरता को देखते हुए विदेशी मिशनों ने भी एहतियाती कदम उठाए हैं।
जर्मन दूतावास: ढाका स्थित जर्मन दूतावास ने घोषणा की है कि वह 24 और 25 दिसंबर को बंद रहेगा। दूतावास का कामकाज 28 दिसंबर से दोबारा शुरू होगा। हालांकि उन्होंने कोई विशेष कारण नहीं बताया, लेकिन इसे सीधे तौर पर सुरक्षा स्थिति से जोड़कर देखा जा रहा है।
अमेरिकी एडवाइजरी: संयुक्त राज्य अमेरिका (USA) ने बांग्लादेश में अपने नागरिकों के लिए एक ट्रेवल एडवाइजरी जारी की है। इसमें अमेरिकी नागरिकों को 25 दिसंबर को ढाका एयरपोर्ट और उसके आसपास की सड़कों पर यात्रा करते समय अत्यधिक सतर्क रहने की सलाह दी गई है। एडवाइजरी में कहा गया है कि बड़े राजनीतिक जमावड़े के कारण यातायात बाधित हो सकता है और अप्रत्याशित घटनाएं घट सकती हैं।
क्यों अहम है तारिक रहमान की वापसी?
तारिक रहमान 2008 से लंदन में रह रहे थे। वे अपनी बीमार मां, खालिदा जिया का हालचाल जानने और आगामी 12 फरवरी 2026 को होने वाले संसदीय चुनावों की कमान संभालने लौट रहे हैं।
राजनीतिक शक्ति प्रदर्शन: BNP के लिए तारिक रहमान का वापस आना एक संजीवनी की तरह है। पार्टी कार्यकर्ता इसे लोकतंत्र की बहाली के रूप में देख रहे हैं।
चुनावी समीकरण: शेख हसीना के जाने के बाद और मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार के दौरान, तारिक की वापसी यह तय करेगी कि आगामी चुनावों में BNP का पलड़ा कितना भारी रहता है।
सुरक्षा चुनौतियां: बांग्लादेश में हाल के दिनों में हुई हिंसा और अल्पसंख्यक समुदायों पर हमलों के बीच तारिक रहमान की वापसी ने सुरक्षा एजेंसियों की नींद उड़ा दी है।
तैयारियां और VVIP सुरक्षा
खबरों के मुताबिक, तारिक रहमान अपनी पत्नी और बेटी के साथ बिमान बांग्लादेश की फ्लाइट से ढाका पहुंचेंगे। अंतरिम सरकार ने उन्हें VVIP सुरक्षा देने का फैसला किया है। उनके स्वागत के लिए चटगाँव से लेकर राजशाही तक के कार्यकर्ता ढाका कूच कर रहे हैं। पार्टी सूत्रों का कहना है कि वह एयरपोर्ट से सीधे उस अस्पताल जा सकते हैं जहाँ उनकी माँ खालिदा जिया का इलाज चल रहा है।