प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के अंतर्गत 5% ब्याज दर पर 1,751 करोड़ रुपये का लोन बांट चुकी है सरकार, 2 लाख से ज्यादा लोग बने आत्मनिर्भर
संसद में पीएम विश्वकर्मा योजना योजना के बारे में वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने जानकारी दी. जिसके अनुसार 31 अक्टूबर तक इस योजना के अंतर्गत 2 लाख से ज्यादा लोगों को कम दरों पर लगभग 1,751 करोड़ रुपये का लोन दिया गया।
देश के गरीब कारीगरों को आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने के उद्देश्य से केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना की शुरुआत की थी, जो पीएम मोदी की महत्वाकांक्षी योजनाओं में शामिल हैं. इस योजना के अंतर्गत शिल्पकारों और कारीगरों को केवल 5 फीसदी ब्याज दर के साथ लोन उपलब्ध कराया जा रहा है.
कितने लोगों को मिला फायदा
संसद में पीएम विश्वकर्मा योजना योजना के बारे में वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने जानकारी दी. जिसके अनुसार 31 अक्टूबर तक इस योजना के अंतर्गत 2 लाख से ज्यादा लोगों को कम दरों पर लगभग 1,751 करोड़ रुपये का लोन दिया गया. योजना की शुरुआत 17 सितंबर, 2023 को हुई थी. इस योजना में कुम्हार, बढ़ई, राजमिस्त्री, लोहार जैसे कारीगरों को लोन दिया जाता है.
पीएम विश्वकर्मा योजना में क्या मिलता है लाभ?
इस योजना में बिना गारंटी के सस्ती दरों पर लोन उपलब्ध कराया जाता है. इसके अलावा कारीगरों को 15000 रुपये भी दिए जाते हैं. सरकार केवल 5 प्रतिशत की ब्याज दर के साथ 3 लाख रुपये तक का लोन उपलब्ध कराती है. सरकार के द्वारा लोन की ब्याज दर पर 8 फीसदी ब्याज का अनुदान दिया जाता है.
दो किस्तों में दिया जाता है लोन
पीएम विश्वकर्मा योजना के अंतर्गत दो किस्तों में लोन दिया जाता है. जिसमें 1 लाख का लोन पहली क़िस्त में दिया जाता है. इसके अलावा दूसरी क़िस्त में 2 लाख रुपये का लोन दिया जाता है. इन लोन को चुकाने के लिए 18 महीने और 30 महीने का समय दिया जाता है.
इस योजना में सरकार ने कुल 18 प्रकार के शिल्पकार और कारीगरों को शामिल किया है. जिनमें कुम्हार, सुनार, औजार और हथौड़ा बनाने वाले कारीगर, लोहार, पत्थर की कारीगर राज मिस्त्री, टोकरी बनाने वाले, मछली पकड़ने वाले, दर्जी आदि लोगों को शामिल किया जाता है