World Thalassemia Day: माता-पिता से बच्चे को हो सकता है थैलेसीमिया, संतान को बचाने विवाह से पहले कराएं ब्लड जांच

दंपती में से किसी एक के क्रोमोजोम खराब होने पर बच्चा हो सकता है थैलेसीमिया संक्रमित
 
World Thalassemia day

शैलेसीमिया एक रक्त विकार रोम है इसे अनुवांशिक चौमारी माना जाता है। जो बच्चों को माता-पिता से मिलता है। जन्म के छह माह बाद इसके लक्षण दिखाई देते हैं। जिले में फिलहाल इस बीमारी से एक वर्जन करीब बच्चे जूझ रहे है। बच्चों को बैलेसीमिया जैसी घातक बीमारी से व बचाने शादी के पहले हर किसी को थोड़ो जागरूकता दिखाने की जरूरत है। शादी के पूर्व वर-वधु की अलद जांच करा लें, ताकि आने वाली संतान का स्वास्थ्य सुरक्षित रहे। 8 मई को दुनियाभर में थैलेसीमिया डे मनाया जा

खा है। ચેત્ર શેષ શ્રી. IN नामदेव ने सलाह देते हुए कहा कि शादी से कसे पहले महिला और पुरुष को एचएलसी, एचबी इलेक्ट्रोफोरसिस के अलावा सिकलसेल समेत अन्ना जांच कराई जागी इस अवसर पर शिशुर

विश्व थैलेसीमिया दिवस

चाहिए। ताकि विवाह पूर्व यह तय हो सके कि दोनों का स्वास्थ्न एक -दूसरे के लिए अनुकूल है या नहीं। बीटा थैलेसीमिया दो तरह के होते हैं शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. आशीष नामदेव के

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