रीवा एसपी पर दो बार हाईकोर्ट की फटकार, फिर भी सरकार और नेताओं की चुप्पी क्यों?

रीवा की जनता पूछ रही है – आखिर किसे बचाया जा रहा है?
 
Rewa

 
रीवा जिले की कानून व्यवस्था पर तब बड़ा सवाल खड़ा हुआ, जब हाईकोर्ट के न्यायाधीश ने दो बार रीवा एसपी विवेक सिंह को न्यायालय में फटकार लगाई। यह कोई सामान्य टिप्पणी नहीं थी, बल्कि न्यायपालिका द्वारा उठाया गया गंभीर सवाल था – जो सीधे-सीधे रीवा पुलिस प्रशासन की कार्यशैली पर उंगली उठाता है।
लेकिन अदालत की सख्त टिप्पणी के बावजूद, न तो राज्य सरकार, न गृहमंत्री, और न ही रीवा के जनप्रतिनिधि, किसी ने भी इस मसले को गंभीरता से लिया। भाजपा नेता और उपमुख्यमंत्री राजेश शुक्ला हों या कांग्रेस विधायक अभय मिश्रा, बार-बार सवाल पूछे गए, लेकिन जवाब देने वाला कोई नहीं। कांग्रेस विधायक अभय मिश्रा ने तो विधानसभा में इस विषय को बार-बार उठाया, मगर हर बार सरकार की तरफ से आई चुप्पी और टालमटोल।
जनता पूछ रही है –
क्या न्यायपालिका की टिप्पणी अब कोई मायने नहीं रखती?
क्या रीवा जिले में कानून से ऊपर कोई व्यक्ति हो सकता है?
जब हाईकोर्ट खुद सवाल कर रहा है, तब सरकार क्यों मौन है?
रीवा की जनता